그 분의
시린 눈물이 넘쳐
파랗게 하늘 물들여
여름 폭풍시름 잊고
저리 맑은 햇살 비춘
명경(明鏡)같은 호수에
푹 빠지니
하나님의 마음
훤히 보여
아 아프고 부끄럽다
명경(明鏡) : 맑은 거울
댓글 0
번호 | 제목 | 글쓴이 | 날짜 | 조회 수 |
---|---|---|---|---|
348 | [2019-09-15] 한가위 하루 | 이몽식 | 2019.09.15 | 891 |
347 | [2019-09-15] 한가위 하루 | 이몽식 | 2019.09.15 | 899 |
346 | [2019-09-22] 당연한 것은 없다 | 이몽식 | 2019.09.23 | 1019 |
345 | [2019-09-22] 당연한 것은 없다 | 이몽식 | 2019.09.23 | 1035 |
344 | [2019-09-29] 잃게 되면 잃으리로다 | 이몽식 | 2019.09.30 | 867 |
343 | [2019-09-29] 잃게 되면 잃으리로다 | 이몽식 | 2019.09.30 | 888 |
» | [2019-10-06] 가을하늘 | 이몽식 | 2019.10.07 | 997 |
341 | [2019-10-06] 가을하늘 | 이몽식 | 2019.10.07 | 1006 |
340 | [2019-10-13] 하나님 나라 백성 | 이몽식 | 2019.10.13 | 841 |
339 | [2019-10-13] 하나님 나라 백성 | 이몽식 | 2019.10.13 | 854 |
338 | [2019-10-20] 이맘때면 | 이몽식 | 2019.10.20 | 907 |
337 | [2019-10-20] 이맘때면 | 이몽식 | 2019.10.20 | 915 |
336 | [2019-10-27] 계속 꿈을 꾸는 교회 | 이몽식 | 2019.10.27 | 874 |
335 | [2019-10-27] 계속 꿈을 꾸는 교회 | 이몽식 | 2019.10.27 | 885 |
334 | [2019-11-03] 코스모스 | 이몽식 | 2019.11.03 | 1841 |
333 | [2019-11-03] 코스모스 | 이몽식 | 2019.11.03 | 1853 |
332 | [2019-11-10] 주님과 함께 죽고 살았습니다 | 이몽식 | 2019.11.13 | 824 |
331 | [2019-11-10] 주님과 함께 죽고 살았습니다 | 이몽식 | 2019.11.13 | 835 |
330 | [2019-11-17] 감사(感謝) | 이몽식 | 2019.11.18 | 1033 |
329 | [2019-11-17] 감사(感謝) | 이몽식 | 2019.11.18 | 1058 |